पूरी दुनिया सहित भारत में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। अब रोजाना 1 लाख से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। देश में अब कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 50 लाख का आंकड़ा पार कर गयी है वहीँ इससे मरने वालों की संख्या भी 80 हजार के पार है।
देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया, ‘वैक्सीन के मानव परीक्षण प्रक्रिया पर सरकार पूरी सावधानी बरत रही है। वैक्सीन का उत्पादन, वैक्सीन सुरक्षा, इसकी लागत, भंडारण और वितरण पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी. के. पॉल की अध्यक्षता में राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह जनसंख्या के बड़े हिस्से को कोरोना वैक्सीन देने की विस्तृत रणनीति तैयार कर रहा है।
कब तक आ जाएगी कोरोनावायरस वैक्सीन?
इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा की अभी कोई निश्चित तिथि नहीं है लेकिन रिसर्च टीम और सरकारी महकमा पूरी कोशिश जारी रखे हुए है| आने वाले २-3 महीनों में अच्छी खबर आने की उम्मीद है|
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इस महामारी से निपटने की तैयारियों और दुनिया भर में अलग-अलग जगहों पर चल रहे ट्रायल में भारत सक्रियता से भागीदार है। उन्होंने कहा कि भारत में कई प्रयोगशालाओं और अस्पतालों में भी वैक्सीन बनाने का काम चल रहा है।
सबसे पहले किसे-किसे दी जाएगी कोरोना वैक्सीन?
वैक्सीन सबसे पहले उन लोगों को दी जाएगी, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है, जैसे स्वास्थ्य कर्मचारी, बुजुर्ग, पुलिस और प्रशासन के लोग इत्यादि| इसके लिए उन्हें कितने पैसे देने पड़ेंगे, यह मायने नहीं रखेगा, सरकार मुफ्त में या बहुत ही कम कीमत में वैक्सीन उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा कि कहा कि सरकार वरिष्ठ नागरिकों और उच्च जोखिम वाले जगहों पर काम कर रहे लोगों को आपात वैक्सीन देने पर भी विचार कर रही है।
जरूरत पड़ी तो पहला टीका खुद लगवा लूँगा : हर्षवर्धन
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अगर लोगों को सरकार, वैज्ञानिकों और वैक्सीन से जुड़ी सारी वैज्ञानिक प्रक्रियाओं पर भरोसा नहीं होगा तो वो इस संदेह को दूर करने के लिए सबसे पहले खुद वैक्सीन की डोज लेंगे। सरकार पूरी सावधानी से और सभी परीक्षण करने के बाद ही जनता को टीका लगाएगी|
क्या वैक्सीन बन जाने के बाद खत्म हो जाएगा कोरोना?
कोरोना एक झटके में ख़तम होने वाली बीमारी नहीं है| जैसे-जैसे देश के ज्यादातर लोगों में या तो संक्रमित हो कर या फिर वैक्सीन के माध्यम से कोरोना वायरस के प्रति इम्यूनिटी विकसित होती जाएगी, इस वायरस का प्रभाव कम होता जाएगा| इसमें कई साल का वक़्त भी लग सकता है| लेकिन ये निश्चित रूप से कब तक संभव होगा, अभी इस बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं है।
देश में रोजाना बढ़ते कोरोना मरीजों के बीच राहत की बात ये है कि इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। अब तक देश में 37 लाख से ज्यादा लोग कोरोना के संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।